भारत सरकार सभी टीमों को रहने, खाने-पीने और आने-जाने की सुविधा मुफ्त देगी। अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी टीम मैदान पर होने वाले कामों में भारत की मदद करेगी। इसमें रेफरी, स्कोरिंग, टाइम क्लॉक और रिजल्ट तैयार करना शामिल है। तकनीकी कामों और दूसरे कामों के लिए वॉलंटियर्स की भी नियुक्ति की गई है। टीमों को चार ग्रुप में बाँटा जाएगा। हर ग्रुप के मैच लीग कम नॉकआउट फॉर्मेट में खेले जाएँगे। हर ग्रुप से दो टीमें नॉकआउट स्टेज में पहुंचेंगी। फिर सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेले जाएंगे।